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प्रीति कुमारी

Q1. आपने अपनी शिक्षा कहााँ से की और पत्रकारिता में आपकी रूचि कैसे आयी?

उत्तर- मैंने अपना ग्रेजुएशन पटना के बी.न कॉलेज से किया। मेरे घर पर सभी चाहते थे के मैं इंजीनयर या डॉक्टर बनूूँ। मेरी रुचि लेकिन वहां नहीं थीं मैं हमेसा से ही वोकल था इसीलए मैं दिल्ली गया लॉ पढ़ने। थोड़े ही दिन  मे लगा की यह मेरे लिए नहीं है। दिल्ली  मे ही  लोगों से मुलाकात हुई उन्होंने  ही मुझे पत्रकारिता में जाने का सुझाव दिया। मेरे मित्रों का कहना था की  मेरा स्वभाव पत्रकारिता  के लिए उचित  है। मैंने पायनयर में दाखिला ले लिया और वहीं से मेरा पत्रकाररता में शुरुआत हुई।

Q2. आपके जीवन में कोई प्रेणा स्रोत रहे है जिसने  आपको पत्रकारिता में आने के लिए प्रेरित किया हो? 

उत्तर- मैं किसी से प्रेरीत  होकर पत्रकारिता में नहीं आया। हां , पर पत्रकारिता  मे आने के बाद मैं कई लोगों से प्रेरित हुआ। आपका वही व्यक्ति प्रेणा स्रोत हो सकता है जिनसे आप को फील्ड मे काम करने की सीख मिले। मैं कई लोगो की कार्यसाली देिकर प्रेरित हुआ हूँ। अभिज्ञान प्रकाश जो न. डी टीवी में है वह मेरे प्रेणा स्रोत है उसके बाद गंगेश मुंजन जिन्होंने कई डिजिटल चैनल लॉन्च किया  है। प्रभकार कुमार भी है जो न्यूज-18 बिहार – झारखंड के हेड भी रहे है।

Q3.  वर्तमान समय में देखे तो कई राजनेताओं का  न्यूज़ चैनल  पर मालिकाना हक है, तो क्या इसके  कारण खबरों के चयन  पर कितना असर पड़ता हैं? 

उत्तर- आजकल कोई भी चैनल अछुत नही है जिस पे  राजनीनतक दबाब नहीं है। दो ही प्रकार के चैनल ही है एक जो सरकार का समर्थन करते है और दूसरा जो सरकार के खिलाफ । अगर सरकार ने कोई सही कदम ही उठाया हो तो उसे वह गलत दिखाते हैं। इन्ही कारणों से खबरों  के चयन पर प्रभाव पड़ता है।आजकल तो युवा पत्रकारों के अंदर भी राजनीनत आ गयी है। वे पहले से ही चयन कर लेते है नक वो लेफ्ट है या राइट। इसीप्रकार से वह खबरों  का भी चयन करते है। इन्हीं  कारणों से पत्रकारिता  का स्तर भी गिर रहा है।

4 डिजिटल मीडिया पे फेक न्यूज़ और अपसब्द का इस्तेमाल काफी ज्यादा होता है, इस पर आपकी क्या राय है? 

उत्तर- मैं डिजिटल मीडिया के चैनल को असली न्यूज चैनल नहीं  मानता। यह बात सच है की  डिजिटल  मीडिया  ने पत्रकारिता  में रोजगार बढ़ाया है ओर अब हर अब हर व्यक्ति पत्रकार बन सकता है लेकिन  इसके कारण ऐसे लोग पत्रकाररता में आ गए है जिन्हे  इसका बिल्कुल भी ज्ञान नहीं है। जिसका  नतीजा आप देि सकते है की हेडलाइंस में अपसब्द का प्रयोग हो रहा है। सरकार ने भी डिजिटल मीडिया  के लिए  कोई सख्त कानून नही बनाया है जिसके  कारण फेक न्यूज का प्रचलन काफी ज्यादा हो गया है।

Q5- पत्रकारों को रिपोर्टिंग  करते समय किन किन बातों पर ध्यान रखना चाहिए 

उत्तर- पत्रकारों को रिपोर्टिंग करते समय यह ध्यान रखना चाहिए की  वह किस प्रकार की खबरों  का रिपोर्टिंग  कर रहे है ।ख़बरों के हिसाब  से भी रिपोर्टिंग  के तरीकों में बदलाब आता है। रिपोटिंग की परिभाषा जो हमने किताबो में पढ़ी थी की हमे सिर्फ  जो खबर  है सिर्फ उसी के बारे मे बताना है अपना विचार नही देना है। उन्हें भाबनाओ मे नही आना है बस जो खबर है बस उसे बयनां करना है। पर मेरा मानना यह नही है। आजकल ज्यादातर पत्रकार अपना विचार रखते  है। अगर खबर  राजनीनतक है तो पत्रकार तो आंकलन करेगे ही न। यह चैनल पे भी निर्भर  करता है की वह अपने पत्रकारों को कितनी आजादी देते है।

Q6- आजकल मीडिया राजनीतिक खबरों को अधिक आहिमियत देता है जिसके क कारण कई अहम सामाजिक मुद्दे दब जाते है। इस पर आपकी क्या राय है। 

उत्तर- आजकल मीडिया  चैनल चार राजनेताओं को बुलाते है और डिबेट के नाम पे वो सिर्फ  एक एजेंडा को बस पूरा करना चाहते हैं। अगर राजनीनतक मुदा पे भी बात हो तो देश का भला होगा लेकिन चैनल सिर्फ  अजेंडा को पूरा करना चाहते है।दो ही प्रकार के चैनल है एक जो सिर्फ  सरकार के खिलाफ दिखाते है और एक जो सरकार का सिर्फ  समर्थन करते है। चैनल अपने अजेंडा के नहसाब से खबर  भी दिखाता है और उन लोगों को बुलाते है जो उनके अजेंडा को पूरा करे। इसी कारण से लोगो का अब न्यूज चैनल से विश्वास उठ रहा है।

Q7 पत्रकारिता के क्षेत्र में इछुक विद्यार्थियों को आप क्या सुझाव देना चाहेंगे 

उत्तर- अगर आपको पत्रकाररता मे आना है तो अपको अपने विचारो  के साथ समझौता करना पड़ेगा। अगर आपको कोई खबर  गलत लग रहा हे तो फिर  भी आपका एडिटर कहेगा ये सच है तो आपको वो खबर सच मानना होगा। अगर आप अपनी देश की सेवा करना चाहते है तो पत्रकारिता आपके लिए बहुत अच्छा क्षेत्र हैं। दूसरा यह है की आपको किताबी ज्ञान से बाहर निकलना होगा । आपको खुद से ही रिपोर्टिंग करना होगा।खबरों  के निष्कर्ष पे आना पड़ेगा तभी आप अच्छे पत्रकार बन पायेंगे।

Q 8. आपने कई चैनल  मे काम किया तो आप बता सकते है कोई ऐसा पल जो आपके लिए यादगार है, या फिर आपके लिए  मील का पत्थर साबित हुआ हो 

उत्तर- वैसे तो कई घटनाएं यादगार रही पर जब मैं काशीस न्यूज में काम कर रहा था तो उस समय में एक बैंक के सामने बैठा था। तभी गोली चलने की आवाज आती है। उस समय न जाने मुझे मैं हिम्मत  कहां से आई मैं माइक उठाकर रिपोर्टिंग करने बैंक के अन्दर चला गया। मुझे उस समय पता भी नही था की गोली चलाने वाला अंदर है की नहीं। मैंने तो दोषी का पीछा भी किया और उसका विजुअल हमारे कैमरामैन ने रिकॉर्ड  भी कर लिया । इस कार्य के लिए मुझे न सिर्फ  मेरे ही चैनल के मालिक  ने ही नहीं बल्कि पटना के सभी न्यूज चैनल से मुझे तारीफ मिली । और नीतीश कुमार ने जब बीजेपी से गठबंधन तोरा तो सबसे पहले मैने ही न्यूज दिखाया था।

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