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ग्रेटर नोयडा, 31 मई 2025

गलगोटिया विश्वविद्यालय ने महीने भर चलने वाले योग कार्यक्रमों की श्रंखला की शुरूवात रंगारंग कार्यक्रमों और योगाभ्यास से किया। इस बार आयुष मंत्रालय के निर्देशानुसार उत्तर प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों को दस तरह के कार्यक्रम करने का सुक्षाव दिया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को भव्य तरीके से मनाने के लिय विश्वविद्यालय प्रशासन ने 31 मई से कार्यक्रमों का आयोजन करने का प्रबन्ध किया है। कार्यक्रम 21 जून 2025 तक मनाये जायेगें। तीन सप्ताह तक चलने वाले कार्यक्रमों को चार भागों में बांटा गया है।
इस वर्ष भारत सरकार द्वारा निर्धारित थीम है -योगा फार वन अर्थ वन हेल्थ “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग”।
इस कार्य-योजना का शुभारंभ 31 मई को भव्य रूप से किया गया। इसमें योग की वैज्ञानिक, सांस्कृतिक और सामाजिक उपयोगिता को रेखांकित करते हुए प्रतिदिन विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। पहले दिन उद्घाटन समारोह में लयबद्ध योग प्रस्तुत किया गया। दूसरे दिन समकालीन योग शैलियों के प्रदर्शन के माध्यम से योग की विविधता दर्शाई जाएगी।
योग अनप्लग्ड के तहत तीसरे दिन विद्यार्थियों द्वारा फ्लैश मॉब और म्यूजिकल योग प्रस्तुत किया जाएगा, जबकि चौथे दिन सभी छात्र एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य थीम पर आधारित सोशल मीडिया रील तैयार करेंगे।
योग समावेश के अन्तर्गत पांचवें दिन शांति, मानव विकास और योग के आपसी संबंधों पर केंद्रित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होगा। छठे दिन राज योग ध्यान पर कार्यशाला के माध्यम से आंतरिक शक्ति के अनुभव का अभ्यास कराया जाएगा।
समयोग कार्यक्रम के अधीन सातवें दिन कम्युनिटी इन्गेजमेंट के लिये कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसमें शोध द्वारा यह बताया जाएगा कि योग आधुनिक स्वास्थ्य प्रणाली को कैसे प्रभावित करता है। अगले दिन एक विशेषज्ञ पैनल चर्चा में योग की मानसिक स्वास्थ्य और न्यूरो-रिहैबिलिटेशन में भूमिका

पर प्रकाश डाला जाएगा।
9-10 जून को योग बंधन पर विभिन्न देशों के राजदूतों के साथ एक विशेष अंतर्राष्ट्रीय योग सत्र का आयोजन होगा। अंततः 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग उत्सव मनाया जाएगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए जाएंगे।
विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा़ ध्रुव गलगोटिया ने तीन सप्ताह चलने वाले योग महोत्सव के उद्देश्य पर प्रकाश डाला और बताया कि भारत की प्राचीन योग परंपरा को विश्व पटल पर और अधिक मजबूती से प्रस्तुत करना, युवाओं को योग के प्रति प्रेरित करना तथा “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” की अवधारणा को व्यवहार में लाना है। उन्होने उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल के व्यापक निर्देश और कार्यक्रम की रूपरेखा की सराहना की जो प्रदेशवासियों केे मानसिक स्वास्थ्य और मजबूती के लिये योग की उपयोगिता पर आधारित है।
विश्वविद्यालय का राष्ट्रीय सेवा योजना, खेल विभाग, एनसीसी, मीडिया विभाग के साथ शिक्षा के विभिन्न विभाग साथ में मिलकर आयोजन कर रहे हैं।

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