
गर्मी के तेवर देखकर हर कोई हैरान और परेशान हैं। अगर एक-दो दिन में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस पार कर 52 डिग्री तक पहुंचता है तो जनजीवन में बुरा असर पड़ेगा। अभी और तापमान बढ़ने की संभावना से लोगों में भय व्याप्त है।
तापमान से पानी भी खौलने लगा
ग्रेटर नोएडा इस समय भीषण गर्मी और लू की चपेट में है। सुबह हो या शाम अथवा रात गर्मी से राहत नहीं मिल रही है। 49 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंचकर अभी भी 48 डिग्री के आसपास स्थिर है। इस भीषण गर्मी में कूलर व पंखे गर्म हवा उगल रहे हैं। वही सुबह 9 बजे से ही लोगों को लू का सामना करना पड़ रहा है। भीषण गर्मी से इंसान ही नहीं पशु पक्षी भी प्रभावित हो रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा में कई जगह तेज धूप व गर्मी से पंछियों के भी मरने की जानकारी मिल रही है। शहर व गांव में तालाब तेजी से सूख रहे हैं जिससे उनका पानी चिलचिलाती धूप के कारण खौलने लगा है। इससे मछलियां व अन्य जलीय जीव जंतु मर रहे हैं। 48 डिग्री तापमान के कारण घरों लगी पानी की टंकी या फिर घरों में रखा पानी भी गर्म हो रहा है। हीट स्ट्रोक की चपेट में आकर जिले में आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है
इधर कृषि विज्ञान केंद्र की विशेषज्ञ डॉ. अंकित त्रिपाठी ने कहा
इस समय अत्यधिक गर्मी पड़ रही है। लगातार तापमान बढ़ रहा है और गर्म हवाएं भी सुबह से शाम तक चल रही है। बढ़ते तापमान के कारण जनजीवन, पेड़ पौधे, पशु पक्षी सभी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। बांदा जनपद का तापमान 49 डिग्री से 52 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचाने की संभावना है। ऐसे में हीट स्ट्रोक की चपेट में आकर किसान प्रभावित हो सकते हैं।
किसानों को सलाह दी जाती है कि वे लू से बचाव के लिए सुबह शाम ही काम करें। धूप में काम न करें। अति आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकले और लू से बचाव जरूर जरूर करें। लू से सबसे ज्यादा बुजुर्गों बच्चों और गर्भवती महिलाओं को खतरा है। कृषि विज्ञान केंद्र की विशेषज्ञ के दावे से किसानों में सनसनी फैल गई है। जब 49 डिग्री तापमान पहुंचने पर जिले में आधा दर्जन से ज्यादा मौतें हो गई हैं तो 52 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंचने पर लोगों का क्या हश्र होगा, यह सोचकर लोग भयभीत हैं।
35 साल में दूसरी बार सर्वाधिक तापमान
बताते चलें कि पिछले 35 साल में यह दूसरी बार है जब Greater noida में तापमान 49 डिग्री पहुंचा है। इतना अधिक तापमान पहली बार 1981 में पहुंचा था। इसके बाद दूसरी बार 16 मई 2022 को यहां तापमान 49 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। तब बांदा, प्रदेश सर्वाधिक गर्म और देश में तीसरा शहर था जहां सर्वाधिक तापमान रिकार्ड किया गया था। इधर-उधर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभागाध्यक्ष डॉक्टर दिनेश शाह ने भी बताया कि अभी तापमान में और इजाफा हो सकता है। यहां यहां जून के महीने में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है। इसलिए एक-दो दिन में यहां गर्मी का और प्रभाव देखने को मिल सकता है।