लेखिका: खेहा शुक्ल
भारत के लिए सबसे ज्यादा गर्व की बात है की भारत ने सबसे पहले चाँद पर झंडा लहराया, अब अनंतरिक्ष की बरी है। ISRO की तरफ से आ रही खबर में बताया जा रहा है की ISRO ने गगणयान की तैयारी शुरू कर दी है। गगणयान का लक्ष्य है। मानव अंतरिक्ष मिशन (गगणयान मिशन) अंतरिक्ष की क्षमता को दिखने के लिए बनाया गया है। इस मिशन के तहत ३ लोगों की टीम को ३ दिन के लिए अंतरिक्ष में ४०० किमी की दूरी से पहला तोच किया जयेगा| फिर उसे समुन्दर में उतारकर सफलता से पृथ्वी पर उतरा जायेगा ।
गगणयान मिशन २०२५ में लॉन्च की उम्मीद की जा रही है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गगणयान कार्यक्रम के हिस्से के रूप में टीवी डी1″ परिश्रण वाहन मिशन का सफलतापूर्वक संचलन किया । इसरो को ये टारगेट शुक्र और मंगल ग्रह के लिए भी मिशन की शुरुआत करने प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने प्रोत्साहित किया था। बैठक में गगनयान मिशन की तैयारियों की समीक्षा की गई और 2025 में इसे लॉन्च करने की बात कही गई। क्रू मॉड्यूल के अंदर ही भारतीय अंतरिक्षयात्री यानी गगननॉट्स बैठकर धरती के चारों तरफ 400 किलोमीटर की ऊंचाई वाली निचली कक्षा में चक्कर लगाएंगे ।