पाठ्यक्रमनेशनल काउंसि ल ऑफ एजकुेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिगं (NCERT) ने12वीं कक्षा की किताब से महात्मा गांधी, नाथरूाम गोडसेऔर RSS से जड़ुी कुछ जानकारियों को हटा दिया है। द इंडि यन एक्सप्रेस मेंbछपी एक खबर के अनुसार , जनू 2022 में एक लिस्ट जारी किया गया था उसमें यह बताया गया था कि एनसीईआरटी की किताब मे क्या हटाया जाएगा और क्या जोड़ा जाएगा।अब एनसीईआरटी पर आरोप लगाया जा रहा है कि महात्मा गांधी से जड़ुी कई चीजों को हटाया गया है जो 2022 में जारी की गई लिस्ट मेंनहीं था।NCERT के मुताबिक, नया सिलेबस एकेडमिक सेशन 2023-24 सेही लागूहो रहा है। बाजार मेंनई कि ताब बिकनी भी शरूु हो गई हैं। एनसीईआरटी की किताब से गांधी को मारने वाले गोडसे को ब्राम्हण और कट्टरपथं न्दू अख़बार का सम्पादक बताया गया था और साथ ही 2002 मेंहुई गजुरात दंगा से जड़ुी बाते भी हटा दी गयी है। गाँधी के हत्या के बाद आरएसएस पर बनै लगा दि या गया था इस बातों को भी कि ताब सेहटा दि या गया है। 2013-2014 सेशन से होने जा रहे बदलाव केवल 12वींक्लास तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि 10वींऔर 11वीं क्लास की कि ताब सेभी चैप्टर हटाए गए हैं। 11वीं की बकु ‘थीम्स इन वर्ल्ड हि स्ट्री’ से‘सट्रें ल इस्लामिक लड्ैंस’, संस्कृति का टकराव’ और ‘द इंडस्ट्रि यल रेवोल्यशू न’ जैसे चैप्टर हटा दि ए गए हैं। इसी तरह 10वीं की बकु लोकतांत्रिक राजनीति -2 से लोकतंत्र और विवि धता, लोकप्रिय सघंर्ष और आदोलन, लोकतंत्र की चुनौतियों जैसे चैप्टर हटाए गए हैं। मुगल से जड़ुी हुई कई चैप्टर भी एनसीईआरटी ने हटा दिया है।यानी इस सेशन सेआप इन चैप्टर को पढ़ नहीं पाएंगे। हालांकि एनसीईआरटी के अध्यक्ष दि नेश प्रसाद सकलानि का कहना है कि बीते दिनों के कारण बच्चों का पढ़ाई का बहुत नकु सान हुआ है इसलिए चैप्टर को हटाकर उनके भार को कम करनेकी कोशि श की गई हैइसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है।। वहीं बीजेपी नेता कपि ल मि श्रा ने एनसीईआरटी के इस फैसले की तारीफ की है। उन्होंनेकहा कि इति हास की कि ताबों मेंचोरों को मगु ल सल्तनत और भारत का बादशाह बताया जाता था। इन कि ताबों से झठूे इतिहास को हटाना बढ़िया डिसीजन है। इस पे राज्यसभा सांसद कपि ल सि ब्बल ने एनसीईआरटी के इस फैसले की निंदा की है। उन्होंनेPM मोदी पर निशाना साधतेहुए कहा कि भारत की इति हास 2014 से शरूु होना चाहि ए, जब बीजेपी केंद्र में सत्ताधारी दल बनी थी