ग्रेटर नोएडा। गलगोटिया विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग द्वारा विश्वास न्यूज ‘सच के साथी’ की फैक्ट चेकिंग का कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विश्वास न्यूज की उर्वशी कपूर एसोशिएट एडीटर तथा देविका मेहता डिप्टी एडीटर द्वारा छात्रों को गलत खबर की सही पहचान करने को लेकर प्रशिक्षण दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ जनसंचार विभाग के डीन प्रो. ए.राम पांडे द्वारा स्वागत भाषण देते हुए कहा कि हम आजकल स्क्रीन पर समय ज्यादा से ज्यादा दे रहे है जिस कारण से हम अपना निर्णय नहीं ले पाते हैं क्योंकि हम स्क्रीन पर निर्भर हो गए हैं। जबकि हमको निर्णय लेने की की आवश्यकता है। उन्होंने मीडिया साक्षरता विषय को अनिवार्य करने की मांग की है। साथ ही आए अतिथिगण की व छात्रों की भूरी-भूरी प्रशांसा की।
गलगोटिया विश्वविद्यालय की चांसलर सलाहकार और पूर्व कुलपति प्रो. रेनू लूथरा ने अतिथिगणों का स्वागत उन्हें स्मृति चिह्न देते हुए किया। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि कैसे इंटरनेट के आगमन ने समाचार के प्रचलन में बदलाव लाया है और इस विकास के साथ एक जानकारीपूर्ण भाषण दिया। उन्होंने इस तकनीकी दुनिया में ‘पोस्ट ट्रुथ’ की अवधारणा पर भी महत्वपूर्ण जोर दिया।
उर्वशी कपूर ने छात्रों के साथ अपनी बातचीत के बारे में उल्लेख किया, कि कैसे तीनों शब्द ‘तथ्य’, ‘राय’, और ‘अफवाहें’ एक -दूसरे से अलग हैं और लोगों के दृष्टिकोण समाचार की व्याख्या में अंतर कैसे बनाते हैं। उसने डिजिटल सुरक्षा और किसी के पासवर्ड को चोरी से बचाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। बाद में, उन्हांेने फर्जी समाचारों को गलत जानकारी और विघटन में वर्गीकृत किया, ताकि छात्र को समाचार गठन और वितरण के पूरे नेक्सस को समझ सकें।
इसके उपरांत छात्रों के साथ अपनी बातचीत में देविका मेहता ने उन्हें डिजिटल ज्ञान को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विभिन्न अखबारों की क्लिपिंग और सोशल मीडिया पोस्ट पेश करते हुए कई तथ्य-चेकिंग टूल, जैसे कि इनविड, कीफ्रेम, रिवर्स इमेज जैसे छात्रों को भी पेश किया, जो फर्जी समाचारों या अफवाहों का हिस्सा हैं और उन्हें फर्जी समाचारों का पता लगाने की मूल बातें सिखाईं।
एमजेएमसी के छात्र ऋषभ उपाध्याय द्वारा सभी लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया और निदा फाजली की गजल पढ़ते हुए कहा कि ‘‘हर आदमी में होते हैं दस-बीस आदमी, जिसको भी देखना, कई बार देखना। इसी तरह खबर के साथ भी करना चाहिए कि जो भी खबर हमारे पास आ रही है और हमको भ्रमित कर देती है उस खबर की पहले अच्छी तरह जांच कर लेनी चाहिए। जब पुख्ता हो जाए कि खबर सही है तभी उसे आगे प्रेषित करनी चाहिए। मंच का संचालन अकांक्षा भारद्वाज ने किया। शिक्षकगण में प्रो. ताशा सिंह परिहार, डॉ. गजेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ. भवानी शंकर, डॉ. कुमारी पल्लवी, सुरूचि अग्रवाल, महक पंड़ित, अपूर्वा शुक्ला, वरूण कुमार, शेखर सिन्हा, महीप कुमार सिंह, निहाल कौशिक, मुकुल, राहुल झां एवं विभाग के छात्र-छात्राएं कार्यक्रम मौजूद रहें।

